शनिवार, 26 जनवरी 2013

मलाला और निर्भया या दामिनी कहिए

इस समय में दो लड़कियां हैं जिन्होंने पूरी दुनिया को अपनी जगह से थोड़ा लेफ्ट थोड़ा राइट कर दिया। बहुत सोचने पर मजबूर किया। एक शिक्षा का अलख जगा रही थी तो दूसरी ने बलात्कार का दंश झेला। मलाला युसूफजई और दिल्ली गैंगरेप पीड़ित लड़की जिसे दामिनी और निर्भया का प्रतीकात्मक नाम दिया गया।



14 साल की मलाला पर तालिबानी आतंकवादियों ने उस वक्त हमला किया जब वो अपने स्कूल से
घर वापस लौट रही थी। साल 2009 में महज 11 साल की उम्र में मलाला ने तालिबान के खिलाफ बिगुल फूंका, लड़कियों की पढ़ाई को लेकर जंग छेड़ दी, अपने साथ की कई लड़कियों को पढ़ाई के लिए जागरुक किया, उन्हें घर से निकालकर स्कूल ले गई।
2012 में 14 साल की मलाला पर तालिबानी आतंकियों ने हमला किया, मलाला की सलामती के लिए सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं पूरी दुनिया ने दुआ मांगी। लंदन के अस्पताल में मलाला का इलाज हुआ। अंतर्राष्ट्रीय मंच पर मलाला को तमाम पुरस्कारों से नवाजा गया।




लड़कियों की सुरक्षा और लडकियों पर अपराध के खिलाफ एक प्रतीक बन गई दिल्ली की गैंगरेप पीड़ित लड़की,  बहादुर लड़की, जिसे दामिी और निर्भया का काल्पनिक नाम दिया गया।
16 दिसंबर 2012 की तारीख थी वो। भारत की राजधानी दिल्ली में चलती बस में उसके साथ गैंगरेप हुआ। अपने एक दोस्त के साथ थी वो। बलात्कारियों का उसने बहादुरी के साथ मुक़ाबला किया, वो लड़ी, खूब लड़ी, मगर वो हैवान थे, नग्न हालत में उसे दिल्ली की सड़क पर फेंककर फरार हो गए।
इसके बाद दिल्ली ने वो देखा जो आज़ादी के वक्त देखा गया हो शायद।

विजय चौक, इंडिया गेट, रायसीना हिल्स, हर जगह प्रदर्शनकारी पहुंचे। इंसाफ की मांग को लेकर एक
स्वत: स्फूर्त जन आंदोलन खड़ा हुआ। जो सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रहा था। देश के हर कोने में इंसाफ की लौ जगी, आक्रोश फूटा, विरोध के स्वर ऊंचे उठे, सरकारें मजबूर हुईं कानून बदलने के लिए। देश ही नहीं लंदन, वाशिंगटन, सिडनी में भी प्रदर्शन हुए।

संयुक्त राष्ट्र के मंच से लेकर विश्व आर्थिक मंच तक दिल्ली की बहादुर लड़की को याद किया गया। ये जाना समझा गया कि अगर औरतें आजाद नहीं, सुरक्षित नहीं, वो आजादी के साथ सड़कों पर नहीं निकल सकतीं तो देश आज़ाद नहीं हो सकता।

तो मलाला और निर्भया के बिना आज के दौर में बेटियों की बात पूरी हो ही नहीं सकती थी। यहां इनकी बात की जानी बहुत जरूरी थी।



1 टिप्पणी:

  1. बहुत ही सत्य एवं सटीक सुन्दर लेखन है आपका जारी रखें आपकी लेखनी में सकारात्मक उर्जा है कृपया फोल्लोवर्स का विजेट लगाये ताकि और भी लोग आपका ब्लॉग पढ़ सकें.

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